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मारुति-सुजुकी मजदूरों के हक में पंजाब के संगठनों ने उठाई आवाज


21 मई, लुधियाना। कारखाना मजदूरों यूनियन, पंजाब के संयोजक लखविन्दर, टेक्सटाइल हौजरी कामगार यूनियन, पंजाब के अध्यक्ष राजविन्दर, नौजवान भारत सभा के संयोजक छिन्दरपाल और शहीद भगतसिंह विचार मंच के अध्यक्ष प्रो. ए. के. मलेरी ने मारुति सुजुकी के मजदूरों की हरियाणा सरकार द्वारा जबरन गिरफ्तारी और उनके परिवारों पर बर्बर लाठीचार्ज कड़ी निन्दा की है। कारखाना मजदूर यूनियन, पंजाब  के संयोजक लखविन्दर ने आज यहाँ प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि पहले तो 18 मई की आधी रात को अचानक पुलिस ने धरना स्थल से 96 मजदूरों को गिरफ्तार किया और पूरे कैथल में धारा 144 लगा दी। फिर इससे भी घिनौनी कार्रवाई करते हुए 19 मई को कैथल में उद्योग मन्त्री रणदीप सुरजेवाला के घर के सामने शान्तिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे मजदूरों और उनके परिवार वालों पर अचानक पुलिस ने बर्बर लाठीचार्ज शुरू कर दिया और वाटर कैनन की बौछार और आँसू गैस के गोले भी फेंके। इसमें महिलाओं सहित बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों को गम्भीर चोटें आयी हैं।
    प्रेस विज्ञप्ति में लखविन्दर ने कहा है कि पिछले दो महीने से मारुति सुजुकी के मजदूर कैथल में धरने, भूख हड़ताल, रैलियों, प्रदर्शन कर रहे हैं। 18 जुलाई को मारुति सुजुकी के मानेसर संयत्र में हुयी तोड़-फोड़ व आगजनी की घटना की किसी भी जाँच के बिना ही 150 मजदूरों को झूठे अपराधिक केसों में जेल में ठूँस रखा है। मजदूरों की माँग है कि  जेल में बंद सभी मजदूरों को रिहा किया जाए, 66 मजदूरों के गैर-जमानती वारंट रद्द किए जाएँ, 18 जुलाई की घटना नियायिक जाँच हो और निकाले गए 546 स्थाई व 1800 अस्थाई मजदूरों को नौकरी पर बहाल किया जाए। लखविन्दर ने कहा कि पूरी तरह जायज माँगों को लेकर शांतिपूर्ण संघर्ष कर रहे मजदूरों के बर्बर दमन की इस घटना ने यह साफ़ कर दिया कि हरियाणा सरकार कॉर्पोरेट घरानों और बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के साथ मिलकर बर्बर तानाशाही पर उतर आयी है। 18 और 19 मई की पूरी पुलिसिया कार्रवाही को एक प्रतीक घटना के रूप में देखा जाना चाहिये। मारुति के मजदूरों का संघर्ष पूरे देश के औद्योगिक क्षेत्रो में जायज हकों की माँगों को लेकर संघर्षरत मजदूरों की ही एक कड़ी है। संगठनों ने माँग की है कि 19 मई को ग्रिफ्तार किए गए मजदूरों और उनके परिवार वालों को तुरंत रिहा किए जाए, लाठीचार्ज के दोषी पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को निलम्बित किया जाए और मारुति-सुजुकी मजदूरों के संघर्ष की सारी माँगें तुरन्त मान कर उन्हें इंसाफ दिया जाए।

लखविन्दर,
संयोजक, कारखाना मजदूर यूनियन, पंजाब।
सम्पर्क-9646150249

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