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मारुति मजदूरों की विशाल मशाल रैली

27 अप्रैल, कैथल। मारुती सुजुकी के मजदूरों ने अनशन के पैंतीसवें दिन पूरे इलाके भर में विशाल मशाल रैली निकाल कर मारुति प्रबंधन और हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए अपने संघर्ष को और तेज कर देने की हुंकार भरी। यूनियन ने बेहद व्यवस्थित ढंग से रैली निकाल मालिक और सरकार के गठबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और नागरिकों से अपनी लड़ाई में समर्थन माँगा। रैली डी सी कार्यालय से  शहीद स्मारक से होते हुए कैथल के बाज़ार होते हुए वापस डी सी कार्यालय तक निकाली गयी।मारुति सुजुकी वर्कर्स यूनियन की प्रोविजनल कमिटी के रामनिवास ने बताया कि यह लड़ाई तब तक चलती रहेगी जब तक गिरफ्तार मजदूर साथी जेल से छूट नहीं जाते और काम से निकाले गए मजदूर बहाल किये नहीं जाते। आने वाली 8 मई को मजदूर पंचायत द्वारा अपनी लड़ाई को निर्णायक पर पहुंचाने का काम किया जायेगा। बिगुल मजदूर दस्ता के अजय ने बताया कि मशाल रैली के द्वारा प्रशासन पर फिर दबाव बना हम 8 मई तक इस लड़ाई को आगे पूरे जोर से आगे बढ़ाएंगे जिससे की यह लड़ाई निर्णायक बनायी जा सके।  यूनियन के कतार सिंह ने बताया की गुड़गांव और कैथल में आने वाली १ मई को यूनियन मजदूर दिवस पर मजदूरों के त्यौहार को भी संघर्ष का हथियार बनाकर अपनी आवाज़ कैथल और गुड़गांव की मेहनतकश आबादी तक पहुंचाई जायेगी। 













































मारुति मजदूरों के संघर्ष में मिली आंशिक जीत: लडाई अभी भी जारी है

अनशन के छठे दिन कैथल में उम्डा विशाल जन सैलाब भारी पुलिस तैनाती में जब उद्योग मंत्री के निवास पर पहुंचा तो उन्हें मजबूरन झुकना ही पड़ा और ३ तारीख को उद्योग मंत्री और मुख्य मंत्री हुड्डा ने कडा रुख बदलते हुए कहा कि गिरफ्तार मजदूरों के साथ न्याय दिलाने का वायदा किया और जिन भी मजदूरों का नाम पुलिस केस में नहीं है उन्हें काम पर वापस लेने की बात कही। निश्चित तौर पर यह जीत नहीं है पर यह जीत का एक पड़ाव है और हमें यहीं से आगे बढ़ना है। बिगुल मजदूर दस्ता का शुरू से यही मानना था की एक जगह डेरा डालकर बीतने से ही कुछ हासिल हो सकता है। आगे भी यही लड़ाई खूंटा गाड़कर बैठने से ही जीती जाएगी। अभी मारुति मजदूर गाँव गाँव जाकर अनिश्चित कालीन धरने का प्रचार कर रहे हैं और लोगों को अपने संघर्ष में जोड़ रहे हैं।